
MS07 महर्षि मेंहीं पदावली ।। स्तुति-प्रार्थना, सन्तमत सिद्धांत, ध्यान-योग, संकीर्तन, आरती आदि के संकलन

MS05 श्रीगीता-योग-प्रकाश ।। श्री गीता में फैले सैकड़ों भ्रामक विचारों में से गुप्त योग रहस्यों, योग विद्याओं की जानकारीयुक्त।

MS04 विनय-पत्रिका-सार सटीक ।। अनेक उपास्यों में पृथक्त्व केवल शरीरों में ही है, आत्मा में नहीं । इसे सिद्ध करनेवाली पुस्तक

MS03, वेद - दर्शन - योग ।। चारो वेदों से 100 मंत्रों पर टिप्पणीयां लिखकर संतमत और वेदमत में एकता बताया गया है
